समाज के उत्थान व पतन में मीडिया का भी बहुत बड़ा रोल है। मीडिया अपनी जिम्मेदारी निभाये। केवल अपना सर्कुलेशन बढ़ाने हेतु चाहे जैसी खबर न छापें। कुछ खबरें मीडिया ने ऐसे लोगों की प्राथमिकता के आधार पर छापीं जैसे कि ये लोग युवाओं के लिए बहुत बड़े आदर्श हो, जैसे कि
* पिछले वर्ष एक विदेशी मॉडल व फैशन डिजाइनर अपने 50 वर्षीय सातवें ‘ब्वाय फे्रंड’ का जन्म दिन मनाने राजस्थान आई थी। अखबारों में इस खबर को इस प्रकार जगह दी गई जैसे कि कोई बड़े ही आदर्श स्थापित करने वाली घटना है। शर्म नहीं आई कि एक 45 वर्ष की औरत अपने सातवें ‘ब्वाय फ्रेंड ‘…
* 45 वर्षीय एक फिल्मी एक्टर (जो कि 17/18 वर्ष की लड़की के पिता भी है) ने अपनी पहली पत्नी को तलाक देकर अपनी ‘गर्लफ्रेंड’ (जिनके अन्य फिल्मी एक्टर के साथ भी रिश्तों की खबर टीवी व अखबारों में खूब देखी गई थी) के साथ शादी कर ली। इस तथाकथित शादी के पहले ये एक्टर अपनी इस गर्लफ्रेंड के साथ पाँच सितारा होटल में छुट्टी बिताने जयपुर आये तो अखबार वालों ने इस समाचार को ‘Celebrity in City’ के नाम से बड़े-बड़े फोटो व खबर छापी जैसे कि युवाओं को बहुत बड़ी सीख मिल रही हो।
* तीन बार तलाक ले चुकी एक विदेशी फिल्मी हिरोइन ने एक भारतीय व्यवसायी से शादी की। शादी का आयोजन राजस्थान के किलों-महलों में सम्पन्न हुआ था। राजस्थान में सम्पन्न हुई इस शादी का अखबारों में ऐसे बखान किया, बड़े-बड़े फोटो छापे जैसे कोई राष्ट्रीय उत्सव हो रहा है। कुछ ही वर्षों बाद इस हिरोइन ने फिर तलाक दे दिया और आजकल वह आस्ट्रेलिया के एक क्रिकेट खिलाड़ी के साथ इश्क फरमा रही है।
क्या हो गया है? क्या शिक्षा देना चाह रहे हैं हम युवाओं को।
दोस्तों, यह वर्ष स्वामी विवेकानन्द की सार्धशती यानि 150 वाँ जन्म वर्ष है। इसी यौद्धा सन्यासी ने सम्पूर्ण विश्व में वर्ष 1893 में शिकागो शहर में भारतीय ज्ञान का परचम फहराया था। देश व युवाओं के लिए उनसे बड़ा कोई आदर्श नहीं हो सकता। लेकिन किसी भी अखबार ने उनके 150वें जन्म वर्ष को उचित स्थान नहीं दिया, कितना अच्छा होता कि कोई अखबार वर्ष भर उनकी शिक्षा को एक धारावाहिक के रूप में छापता। वर्तमान में उनकी शिक्षा देश, समाज, विशेषकर युवाओं के लिए विशेष प्रेरणादायी साबित होती।
मैं साधुवाद देता हूँ राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) को जिसने स्वामी विवेकानन्द की शिक्षा व सन्देश को जन-जन तक पहुँचाने हेतु ”युवा महोत्सव” कार्यक्रम आयोजित किये।